Author: Amit Singh
संविधान के जन्मदिवस पर
72 वें गणतंत्र दिवस पर ,संविधान के जन्मदिवस पर ।कुछ मातम कुछ खुशियाँ लेकर ,आशा और निराशा लेकर ।जज्बात के रिस्ते जख्मो पर ,मरहम लेकर आई है ।छब्बीस जनवरी आई है ।। आजादी की...
आज 26जनवरी का दिन
जाग उठा हैं अपना हिंदोस्तानआज 26जनवरी का दिनगणतंत्र दिवस समारोह का स्वाभिमानजाग उठा हैं अपना हिंदोस्तानआज़ादी की नारे लिए,मचल उठा हैं अपना हिंदोस्तान,माता बहने बच्चे बूढ़े,सड़क पर हैं अपना हिंदोस्तान।आँधी बादल ठंडी बारिश,लांछन दमन...
मैं विचार विमर्श करूंगा
मैं विचार विमर्श करूंगा,हाँ, अवश्य करूंगा।ये विचारों का मंथन न होता,तो शायद मेरा भी,आज जनेऊ होता,सूर्य को पानी देता।कर रहा होता कर्मकांड,जो मेरे पुरखे करते थे,गुरूनानक देव जी के,आगमन से पहले।अब तुम चाहे मुझेनिंदक...
संस्कारों के बारे में
क्या आपको अपने सयुंक्त परिवार के संस्कारों के बारे में कभी आपके माता पिता ने आपको कभी अहसास कराया है। चलिए आज एक पारिवारिक भावपूर्ण प्रसंग का उल्लेख करते हुए एक वृतांत को समझने...
फिर भी मेरा देश महान
“हिरण मारा गोली से,गाडी से इंसान,कानून मारा पैसों से,फिर भी मेरा देश महान”कायर उसे न कहियेजो चला गया,इनसान सबसे ,लडकर,,,जीत सकता हैपर वक्त से नहीं… मरने के लिए बड़ी हिम्मतचाहिए होती है,यकीन नही होतातो...