बाल विवाह~एक कुप्रथा
बाल विवाह~एक कुप्रथागुड्डे और गुड़ियों काव्याह जो रचाती है…अगले ही पल वह ,ख़ुद दुल्हन बन जाती हैं…जो पिता नहीं कह पाती,वह पत्नी क्या कहलाएगी…जो दूध अभी पीती है,वह दूध क्या पिलाएगी… नाम तो दिया...
बाल विवाह~एक कुप्रथागुड्डे और गुड़ियों काव्याह जो रचाती है…अगले ही पल वह ,ख़ुद दुल्हन बन जाती हैं…जो पिता नहीं कह पाती,वह पत्नी क्या कहलाएगी…जो दूध अभी पीती है,वह दूध क्या पिलाएगी… नाम तो दिया...
भारत संतोें का एक देश है उन संतोें मेें एक अनोखे संत गाडगे हैं। जो लोक सेवा और स्वच्छता के प्रतीक माने जाते हैं। अगर उन्हे 20 वी सदी का अग्रदूत कहा जाए तो...
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